Aurangabad

Jan 22 2024, 14:51

सदियों की प्रतिक्षा के बाद हमारे राम आ गए, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी

#ayodhyarammandiropeningpran_pratishat

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई है। इसी के साथ रामभक्तों का 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के इंतजार के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। वो अब टेंट में नहीं रहेंगे। वो भव्य मंदिर में रहेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि गर्भगृह में साक्षी बनकर आपके सामने खड़ा हूं। ये क्षण आलौकिक है। उन्होंने कहा कि ये क्षण पवित्र है। प्रभु राम का हम सबपर आर्शीवाद है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह सामान्य समय नहीं है। यह काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं। साथियों हम सब जानते हैं कि जहां राम का काम होता है, वहां पवनपुत्र हनुमान अवश्य विराजमान होते हैं। मैं रामभक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं। मैं माता जानकी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को प्रणाम करता हूं। मैं सबको प्रणाम करता हूं। मैं इस पल दैवीय अनुभव कर रहा हूं। वे दिव्य आत्माएं, वे दैवीय विभूतियां भी हमारे आसपास उपस्थित हैं। मैं इन सबको नमन करता हूं। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य नहीं कर पाए।

हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे-पीएम मोदी

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।

अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा-पीएम मोदी

लंबे वियोग से आई आपत्ति का अंत हो गया। त्रेता युग में तो वह वियोग केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। भारत के तो संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान है। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करूंगा, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना।

Aurangabad

Jan 22 2024, 13:47

राम मंदिर आंदोलन की वो दो नायिकाएं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मिलीं तो गले लगकर रो पड़ी, जानें आंसू के पीछे की कहानी

#sadhvi_ritambhara_get_emotional_after_she_hugged_uma_bharti

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। आज के दिन का सपना देश के लाखों लोगों ने देखा था। इसके लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले लोग इस दौरान श्रीरामलला की धरती पर मौजूद हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी पहुंची हैं। साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती ने अपने सपने को भव्य राम मंदिर के रूप में साकार होता देख अपने आंसू नहीं रोक पाई और दोनों एक दूसरे को गले लगकर खूब रोईं। दोनों की तस्वीरें सामने आईं हैं। 

आज अयोध्या में राम मंदिर परिसर के भीतर जब उमा भारती और साध्‍वी ऋतंभरा ने एक दूसरे से मुलाकात की तो यह पल भावुक कर देने वाला था। साध्‍वी ऋतंभरा और उमा भारती ने एक दूसरे को गले लगाया। इस दौरान साध्‍वी ऋतंभरा रोने लगीं।90 के दशक में दोनों ने राम मंदिर आंदोलन को एक अलग स्वरूप दिया था। राम के मुद्दे को घर-घर तक पहुंचने में दोनों की बड़ी भूमिका थी।  

राम मंदिर के लिए जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी देने की बात हो या फिर कारसेवा करने का काम रहा हो, दोनों साध्‍वी पीछे नहीं रहीं।6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में लाखों कारसेवक पहुंचे थे तो उनके बीच साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती के भाषणों का प्रभाव था। लोग बार- बार उग्र हो गए। लाखों कारसेवक जब उग्र हो गए। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अशोक सिंघल जब कारसेवकों को नियंत्रित करने में विफल हो गए। उस समय उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और आचार्य धर्मेंद्र ने मंच से कारसेवकों को कंट्रोल किया। 

राम मंदिर आंदोलन के दौरान उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा के भाषणों ने अलग माहौल बनाया। दोनों नेताओं के भाषण के ऑडियो कैसेट उस समय बनाए जाते थे। हिंदू वर्ग के बीच इन कैसेटों को बांटा जाता था। विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ता गुपचुप तरीके से इन कैसेटों को लोगों को पहुंचाते थे। उनके भाषणों का ऐसा प्रभाव था, जिसने हिंदुओं को राम के प्रति आकर्षित किया। लोगों में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक अलग भावना पैदा हुई।

Aurangabad

Jan 22 2024, 13:05

खत्म हुआ 500 सालों का इंतजार, गर्भगृह में विराजे राम, पीएम मोदी ने की प्राण प्रतिष्ठा

#ram_mandir_pran_pratishtha

आज अयोध्या में करीब 500 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज चुके हैं। अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है। 84 सेकंड के मुहूर्त में पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की।

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में पीएम मोदी, आरएसएस भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पाटिल मौजूद रहे।

Aurangabad

Jan 22 2024, 11:18

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाएंगे आडवाणी, खराब मौसम बनी वजह

#lkadvaniwillnotgotoayodhyainramlallapran_pratishtha

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे।उन्हें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया गया था लेकिन मौसम खराब होने की वजह से आडवाणी इस समारोह में भाग नहीं लेंगे। 96 साल के लालकृष्ण आडवाणी की सेहत को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक के पदाधिकारी कृष्ण गोपाल, रामलाल और आलोक कुमार ने लालकृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया था। तब आयोजकों ने कहा था कि आडवाणी को हर जरूरी मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जाएगी। हालांकि, उत्तर प्रदेश में मौसम खराब है और कम तापमान को देखते हुए उनका अयोध्या दौरा कैंसिल कर दिया गया है।

चंपत राय ने किया था अनुरोध

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एल.के. आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से पहले महीने मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा था, दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया। चंपत राय ने कहा था कि स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से आडवाणी और जोशी अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हो सकते हैं।. आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे।

राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में हैं आडवाणी

बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में शामिल रहे हैं। उन्होंने राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर बहुचर्चित रथयात्रा निकाली थी। उनकी मौजूजगी में ही अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों ने विवादित ढांचा गिरा दिया था।

Aurangabad

Jan 22 2024, 10:13

भगवान श्री राम के स्वागत में जुटा पूरा देश, ‘श्रीराम, जय राम, जय जय राम’ के जाप से गूंजयान राजधानी पटना

डेस्क : आज अयोध्या में एकबार फिर भगवान श्रीराम का आगमन होने जा रहा है। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। इधर राजधानी पटना भी रामधुन में रम गया है। शहर के मंदिरों से लेकर घरों तक में श्रीराम के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं। मंदिरों में अखंड कीर्तन, अष्टयाम शुरू हो गया है। ‘श्रीराम, जय राम, जय जय राम’ के जाप से पूरा शहर गूंजने लगे हैं।

डाकबंगला चौराहा पर स्थापित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिकृति देखने वालों का तांता बीते रविवार की देर शाम तक लगा रहा। मंत्रोच्चार एवं पूजा पाठ के साथ बांकीपुर विधायक नितिन नवीन व पूजा कमेटी के अध्यक्ष जगजीवन बबलू की मौजूदगी में डाकबंगला चौराहा पर रविवार को 24 घंटा तक चलने वाले अष्टयाम की शुरुआत की। अभिनंदन समिति के बैनर तले सवा लाख दीपकों का वितरण कार्यक्रम देर शाम तक हुआ। शहर में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भंडारा से लेकर भोग प्रसाद बांटने की तैयारियां की जा रही है। इस्कॉन मंदिर, पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर, विजय नगर मानस मंदिर सहित शहर के तमाम मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व विशेष आयोजन के साथ-साथ प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है।

एलईडी पर सीधा प्रसारण 

शहर के मठ-मंदिरों के साथ-साथ मोहल्लों के अपार्टमेंट भी बड़े एलईडी स्क्रीन के माध्यम से अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोहों से जुड़ेंगे। इसके लिए अपार्टमेंटों के बेसमेंट और छतों पर बडे़ एलईडी स्क्रीन लगाया जा रहा है। अभय अमन सेवा संस्थान के जगत नंदन प्रसाद कहते हैं कि उनके मानसरोवर कॉलोनी स्थित दुर्गा पूजा स्थल पर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्रोजेक्टर के माध्यम से बड़े स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इसी तरह राजीव नगर के घुड़दौड़ रोड के अशोक कुमार बताते हैं कि प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वनशक्ति मंदिर में दीप जलाया जाएगा और भंडारा का आयोजन होगा।

पंचरुपी हनुमान मंदिर में अखंड कीर्तन राजवंशीनगर स्थित पंचरूपी हनुमान मंदिर में 24 घंटे का अष्टजाम सह अखंड कीर्तन रविवार से शुरू हो गया। मनेर(पटना) से आए सुशील व्यास एवं सुपन राय के नेतृत्व में कीर्तन मंडली ने राम नाम कीर्तन शुरु किया। मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेन्द्र दुबे एवं उपमुख्य पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि अष्टजाम के पहले मंदिर में महावीर जी की विशेष पूजा अर्चना की गयी। सोमवार सुबह में अष्टजाम की पूर्णाहूति होगी। सोमवार शाम को मंदिर में 11 सौ दीया जलाया जाएगा। इस मौके पर ओम प्रकाश शर्मा, पुजारी बिरजू मिश्रा, राजेश झा, अजय झा, श्रीकांत झा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। राजवंशीनगर शिवशक्ति हनुमान मंदिर में रविवार कीर्तन हुआ। मंदिर से जुड़े अशोक सिंह ने बताया कि गुंबद पूजन पर विशाल भंडारा का आयोजन होगा।

राम की बनाई रंगोली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर रविवार को पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के बैनर तले सांस्कृतिक चेतना जागृत करने के उद्देश्य से चित्र कला व रंगोली कार्यक्रम आयोजित की गयी। इसमें 22 बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर अध्यक्ष बिनोद कुमार, महासचिव शशि कुमार, राजेश कुमार जाडिया, मनोज कुमार, अजय कुमार, राजीव कुमार, आलोक कुमार, संजय सर्राफ सहित कई लोग मौजूद रहे।

Aurangabad

Jan 22 2024, 10:12

पटना में ठंड का कहर जारी, नर्सरी से लेकर 8वीं तक सभी स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र और कोचिंग संस्थान बंद

डेस्क : पिछले कई दिनों से राजधानी पटना सहित पूरा प्रदेश भीषण ठंड की चपेट में है। कड़कड़ाती ठंड ने पूरा जन-जीवन अस्तवयस्त कर डाला है। पछुआ के कारण लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा है। मौसम विभाग की ओर से राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार में आज सोमवार को शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 

इधर भीषण ठंड को देखते हुए पटना के जिला दंडाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाएं 23 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। यह प्रतिबंध आंगनबाड़ी केंद्र और कोचिंग संस्थानों पर भी लागू रहेगा।

डीएम ने कहा कि ठंड से बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका है। इसीलिए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के तहत सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया जाता है। नौवीं से ऊपर की कक्षाएं सुबह नौ बजे से 3.30 बजे तक चलेंगी। 

डीएम ने एसएसपी, सभी एसडीएम, डीईओ, बीडीओ और थानाध्यक्षों को निगरानी का आदेश दिया है। इससे पहले कड़ाके की ठंड को देखते हुए डीएम ने आठवीं तक के स्कूल 20 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया था।

Aurangabad

Jan 22 2024, 10:10

आज राजधानी पटना की बदली रहेगी यातायात व्यवस्था, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : आज देश के लिए बड़ा दिन है। अयोध्या में एकबार फिर भगवान श्रीराम का आगमन होने जा रहा है। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। अयोध्या में बड़ी संख्या में लोग श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए पहुंच गए है।

इसी कड़ी में राजधानी पटना में भी कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसे देखते हुए पटना के यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। पटना के डागबंगला चौराहा व खाजपुरा स्थित शिव मंदिर में दीपोत्सव कार्यक्रम को देखते हुए सोमवार को कई जगहों पर यातायात डायवर्ट रहेगा। सुबह 10 बजे से ही कोतवाली टी से डाकबंगला चौराहा की ओर गाड़ियां नहीं जाएंगी। जीपीओ से इस्कॉन मंदिर जाने वाले ई-रिक्शा व ऑटो को अदालतगंज ईस्ट से वेस्ट भेज दिए जाएंगे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद यातायात शुरू होगा।

खाजपुरा में दबाव बढ़ने पर डुमरा टीओपी से हवाई अड्डा डायवर्ट किया जाएगा। ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि कार्यक्रम में कोई व्यवधान ना हो इसको लेकर यातायात परिवर्तन किया गया है। कोतवाली टी से जंक्शन जाने वाले वाहन जीपीओ गोलंबर व भोल्टास मोड़ से डाकबंगला जाने वाले वाहन विद्यापति मार्ग-बुद्धमार्ग होते हुए गांधी मैदान की ओर भेजे जाएंगे।

पटना जंक्शन से डाकबंगला जाने वाले वाहन पूरब गोरियाटोली एवं पश्चिम जीपीओ गोलम्बर की ओर वाहनों का परिचालन कराया जायेगा। भट्टाचार्या चौराहा से गोरियाटोली की ओर, जमाल रोड उत्तर से जमाल रोड, एसपी वर्मा रोड से डाकबंगला वाले वाहनों को जमाल रोड व स्वामीनन्दन तिराहा से जाने वाले वाहनों को एसपी वर्मा रोड भेजा जाएगा। जीपीओ गोलम्बर से कोतवाली और आर ब्लॉक से आयकर गोलम्बर की ओर व्यासायिक वाहन नहीं चलेंगे। यहां से हार्डिंग रोड या जीपीओ की ओर डायवर्ट कर दिया जायेगा।

Aurangabad

Jan 20 2024, 19:52

एस.एन सिंहा कॉलेज में एनएसयूआई ने कॉलेज फर्स्ट कार्यक्रम का किया आयोजन

औरंगाबाद : शहर के सच्चिदानंद सिंहा कॉलेज में शनिवार को छात्र संगठन एनएसयूआई से जुड़े छात्रों ने कॉलेज फर्स्ट कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन औरंगाबाद के सदर विधायक आनंद शंकर सिंह, उप प्राचार्य कमलेश यादव छात्र नेता आशुतोष कुमार सिंह एवं वार्ड पार्षद धर्मेंद्र पासवान ने संयुक्त रूप से किया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष भीम सिंह चौहान ने की। कार्यक्रम में दर्जनों छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया। 

इस मौके पर कॉलेज अध्यक्ष सागर कुमार, उपाध्यक्ष मयंक कुमार, आस्था कुमारी, सचिव सन्नी सिंह, नायरा गुप्ता, प्रिंस, श्रद्धा, मयंक प्रिया, खुशबू, केसर कुमार, ज्योति कुमारी, मोहित, शिवम, शिवानी, पीयूष मुस्कान, अनामिका खुशी, प्रिया एवं सविता कुमारी ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। 

इस दौरान नाटक के माध्यम से दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या और महिला सशक्तिकरण पर संदेश दिए गए।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Jan 20 2024, 19:07

नेता प्रतिपक्ष का सरकार पर बड़ा हमला, कहा-भ्रष्टाचारियों और सजायाफ्ताओं के चंगुल में फंसा कराह रहा बिहार

औरंगाबाद : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिंहा ने सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला बोला है। श्री कुमार ने शनिवार को औरंगाबाद में प्रेसवार्ता में कहा कि कहा कि देश में मोदी जी जहां राम राज्य ला रहे हैं। वही बिहार भ्रष्टाचारियों और सजायाफ्ताओं के चंगुल में फंसा कराह रहा है। 

उन्होने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की पार्टी में हो रही दुर्गति पर चुटकी लेते हुए कहा कि सिंह हमारे क्षेत्र मुंगेर से आते है। हमारे सांसद हैं। हम उनका सम्मान करते है, पर जिस व्यक्ति पर पार्टी का विश्वास न हो नेतृत्व को विश्वास न रहे, उस व्यक्ति को उस पद या उस दल में बने रहना कही से भी शोभा नहीं देता।वह अपने दल में अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। इसका हमे अफसोस है। यह मुंगेर संसदीय क्षेत्र के लोगो का अपमान है। उनका अपने दल में बने रहने का अब कोई औचित्य नहीं है।

कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो हमारी पार्टी के विरोधी हैं। इसके बावजूद उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कोई रेड नही हो रही है क्योकि उनपर भ्रष्टाचार का आरोप नही हैं। यहां भी हमारी सरकार नही है। देश में बहुत सारे नेता मुख्यमंत्री हैं, जहां भाजपा की सरकार नही हैं लेकिन कार्रवाई वही हो रही है, जहां भ्रष्टाचार है। जो भ्रष्टाचार करते हैं, वो डरते हैं। जो नहीं करते हैं उनको भय कैसा? अगर हम या आप भ्रष्टाचारी नही है और हमारे या आपके उपर रेड होगा तो भय कैसा? 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार का मामला कोर्ट के पास जाता है। निर्णय सबूत के आधार पर होता है। भष्टाचार नही किया तो डरना क्यों है लेकिन यह तो बताना ही पड़ेगा न कि चपरासी के क्वार्टर में रहने वाला व्यक्ति डेढ़ सौ करोड़ के मकान में कैसे पहुंच गया।हजारों करोड़ का मालिक कैसे बन गया? चार्टर्ड विमान पर जन्मदिन का केक कैसे काटा जा रहा है। यह सब तो बताना ही पड़ेगा। यहां पर उनका सीधा ईशारा लालू परिवार की ओर था। 

प्रेसवार्ता में औरंगाबाद के बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह, विधान पार्षद दिलीप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, जिला प्रवक्ता जितेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष जुलेखा खातून, कोषाध्यक्ष आलोक सिंह एवं महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनीता सिंह ,भाजपा जिला उपाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

Aurangabad

Jan 20 2024, 17:27

*हार्डकोर नक्सली कामेश्वर यादव उर्फ लंबू यादव गिरफ्तार, 10 वर्षों से पुलिस कर रही थी तलाश*

औरंगाबाद : अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में माओवादियों के खिलाफ निरंतर चलाए जा रहे विशेष अभियान में सलैया थाना की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार किया है। यह नक्सली पिछले 10 सालों से पुलिस की आंखों में धुल झोंकता फिर रहा था। पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए लगातार मशक्कत कर रही थी। 

पुलिस ने उसके घर पर इश्तेहार चिपकाने के स़ाथ ही कुर्की जब्ती भी की थी। इसके बावजूद वह पुलिस के हाथ नही आ रहा था। अंततः 10वर्षों से फरार हार्डकोर नक्सली शनिवार को पुलिस के हाथ लग गया। गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव उर्फ लंबू यादव सलैया थाना क्षेत्र के पिरवां गांव का निवासी है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर उसे उसके घर से गिरफ्तार किया है। 

एसपी स्वपना गौतम मेश्राम ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि हार्डकोर नक्सली लंबू यादव पुलिस से बचते-बचाते अपने गांव आया हुआ है। इस सूचना पर उसकी गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक स्पेशल टीम गठित की गई। पुलिस की टीम ने उसके घर पर छापेमारी कर हार्डकोर नक्सली को धर दबोंचा। गिरफ्तारी के बाद नक्सली को रिमांड पर लेकर पूछताछ और आवश्यक कार्रवाई के लिए औरंगाबाद कोर्ट भेजा गया है। 

गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव उर्फ लंबू यादव पुलिस के लिए कई कांडों में वांछित था। उसके विरुद्ध पुल उड़ाने समेत विभिन्न गंभीर माममों में कई थानों में प्राथमिकी दर्ज है। पुलिस उसकी क्राइम हिस्ट्री खंगालने में जुटी है। वह नक्सली संगठन के लिए लेवी वसूली करने और संगठन को मजबूती बनाने के काम में लगातार सक्रिय था। 

एसपी ने बताया कि सलैया थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा को नक्सली के घर में छिपे होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना पर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में विशेष टीम ने छापेमारी कर नक्सली को धर दबोंचा। गौरतलब है कि सलैया थाना क्षेत्र अति नक्सल प्रभावित ईलाका है। इस इलाके को नक्सलियों का चाल्हो जोन कहा जाता है। यह ईलाका पहले नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। घटनाओं को अंजाम देने के बाद नक्सली चाल्हो पहाड़ में छिप जाते थे। पुलिस की सक्रियता से हाल-फिलहाल नक्सली अपनी मांद में छिपे हैं। उनकी गतिविधियां बंद है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र